अशोक लव की रचनाएँ
कविता-कहानी-लघुकथा-उपन्यास-समीक्षा और पाठ्य-पुस्तकें
Sunday, May 31, 2015
ऊँचे-ऊँचे भवन बने हैं / अशोक लव
ऊँचे-ऊँचे भवन बने हैं , उनकी छटा निराली है,
टूटा फूटा जैसा घर है, अपना वही नगीना है.
@अशोक लव
@ Ashok Lav
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